नर्मदापुरम में बोर्ड परीक्षा के अंग्रेजी माध्यम में पेपर तैयार करने के लिए हिंदी माध्यम के शिक्षक की लगा दी ड्यूटी, शिक्षक ने जताई असमर्थता, डीओ ने डिक्शनरी से प्रश्न पत्र तैयार करने की दे डाली सलाह
नर्मदापुरम - एमपी अजब है सबसे गजब है। दरअसल यह कहावत इन दिनों नर्मदापुरम में चरितार्थ हो रही है। दरअसल फरवरी-मार्च में बोर्ड के एग्जाम होने हैं। ऐसे में माध्यमिक शिक्षा मंडल के पेपर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। बोर्ड ने विषय विशेषज्ञों की ड्यूटी प्रश्न पत्र तैयार करने में लगाई है। नर्मदापुरम जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर हिंदी माध्यम के शिक्षक को अंग्रेजी माध्यम के प्रश्न पत्र तैयार करने के निर्देश दिए हैं। हद तो तब हो गई जब शिक्षक ने अंग्रेजी माध्यम में प्रश्न पत्र तैयार करने में असमर्थता जताई। तो जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हें इस पत्र के माध्यम से डिक्शनरी से प्रश्न पत्र तैयार करने की सलाह दे डाली। गौरतलब है कि इस प्रकार के प्रश्न पत्र तैयार होंगे तो परीक्षा में प्रश्न पत्र में बड़ी खामियां सामने आ सकती है। खास बात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने अपनी टीप में लिखा है कि डिक्शनरी से पेपर सेट करो नहीं तो दो माह का वेतन काट लिया जाएगा। इस प्रकार की प्रतिक्रिया से शिक्षक दबाव और तनाव में है।
गोपनीय कर में यह नहीं होंगे सम्मिलित-
1- जिनके पुत्र-पुत्री, सगे भाई-बहन, पति-पत्नी वर्ष 2024-25 की परीक्षा में संबंधित संकाय/विषय में सम्मिलित हो रहे हो।
2- आपके विरुद्ध विभागीय जाँच लंबित हो।
3- संबंधित कक्षा के छात्रों को कोचिंग, टयूशन आदि कार्य में संलिप्त हो।
4- भाषा विषयों को छोड़कर गोपनीय कार्य हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम में सम्पन्न नहीं कर सकते हो की स्थिति में प्रमाण, डी.ई.ओ. से प्रमाणित कर भेजे।
5- मण्डल के किसी भी पारिश्रमिक कार्य से डिबार किया गया हो।
इनका कहना है....
मामला यह है कि मुझे माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल से अर्थशास्त्र का प्रश्न पत्र लिखने के लिए बुलाया गया है 4 तारीख को। लेकिन बिंदु क्रमांक 4 जो कहता है हिंदी और अंग्रेजी माध्यम दोनों अगर आता हो तो करे अन्यथा करने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए मुझे फिर डीओ ऑफिस जाकर सत्यापित कराना था। और डीओ साहब को ईमेल करना था। किंतु हुआ ये कि मैं डीओ ऑफिस में गई और मैंने हमारे प्राचार्य से सत्यापित कराया। पहले मूलतः अग्रेषित किया उन्होंने। उसके बाद डीओ साहब की टीप लिखी हुई आती है मुझे यदि आप नहीं जाती है तो असंचयी से दो माह की वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी। और उसमें यह भी कहा है डीओ साहब ने की डिक्शनरी लेकर जाएं। सर ये मंडल का मैटर है। बहुत गलत है या तो डीओ साहब ने यह लेटर पढ़ा ही नहीं है या किसी के कहने पर साइन कर दिया है। यदि सही कार्रवाई नहीं हुई तो मैं न्यायालय की शरण भी ले सकती हूं। (शिक्षिका)
वही मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने फोन पर बताया कि यह बहुत गोपनीय कार्य है, इसे ज्यादा ना फैलाएं। अच्छे नंबरों से चयन परीक्षा पास कर जॉब गए है। अंग्रेजी में अपने विषय का हिंदी से अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर सकते हैं। या इस विषय के अंग्रेजी माध्यम वाले से भी मदद ले सकते हैं।
एसपीएस बिसेन(डीओ, नर्मदापुरम)
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