सीहोर जिले के बुदनी मिडघाट रेल्वे लाईन से रेस्क्यू किए दोनो बाघ शावको की मौत, भोपाल वन-बिहार में दो दिनों में दोनो घायल शावकों ने तोड़ा दम
नर्मदापुरम - सीहोर जिले के बुधनी मिडघाट रेल्वे ट्रेक पर विगत 15 दिन पहले ट्रेन से टकराने से एक बाघ शावक की मौत हो गई थी वहीं दो शावक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिनका रेस्क्यू कर ट्रेन की बोगी से दोनों घायलो को इलाज के लिए भोपाल के वन विहार पार्क ले जाया गया था। 15 दिनों से इलाजरत एक बाघ शावक की मौत मंगलवार को हो गई थी। वही दूसरे घायल बाघ के शावक ने बुधवार को दम तोड़ दिया। वन विहार नेशनल पार्क द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दूसरे बाघ शावक की मौत की पुष्टि की है।
वन विहार नेशनल पार्क ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए लिखा है कि 16.07.2024 को मिडघाट रेलवे लाइन, बुधनी से अत्यंत गंभीर रूप से घायल दो बाघ शावकों को रेस्क्यू कर वन विहार राष्ट्रीय उद्यान लाया गया। वन्यप्राणी चिकित्सक दल ने दिनांक 17.07.2024 को उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं एक्सरे किया। विशेषज्ञों से परामर्श लेकर सतत उपचार किया जा रहा था। बावजूद इसके, गंभीर रूप से घायल दूसरे बाघ शावक की भी आज दिनांक 31.07.2024 को मृत्यु हो गई। पहले शावक की मृत्यु 30.07.2024 को हुई थी।
दोनों बाघ शावकों के पिछले हिस्से में गंभीर चोट और फ्रेक्चर के कारण उनका पिछला हिस्सा काम नहीं कर रहा था और वे पर्याप्त मात्रा में भोजन-पानी नहीं ले रहे थे। बेहतर उपचार के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मृत बाघ शावक का पोस्टमार्टम डॉ. अतुल गुप्ता वन्यप्राणी चिकित्सक वन विहार। राष्ट्रीय उद्यान डॉ. रजत कुलकर्णी, वाईल्ड लाईफ एसओएस वन विहार एव डॉ प्रशांत देशमुख। वाईल्डलाईफ कजर्वेशन ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। पोस्टमार्टम उपरांत मृत बाध। शावक का वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में वरिष्ठ अधिकारियों एव अन्य उपस्थिति। अधिकारियों के समक्ष नियमानुसार दाह संस्कार कर दिया गया।
आपकी क्या प्रतिक्रिया है?